Ticker

6/recent/ticker-posts

पत्रकार को मिली जान से मारने की धमकी, मेवाड़ प्रेस क्लब चित्तौड़गढ़ ईकाई ने सौंपा ज्ञापन, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग तेज

ओम भट्ट 📞8000191859

चित्तौड़गढ़। सलूंबर (उदयपुर) जिले की देवला तहसील के कोटड़ा क्षेत्र में भास्कर संवाददाता रमेश गरासिया को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी के विरोध में पत्रकारों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया। इसी संबंध में मेवाड़ प्रेस क्लब वेलफेयर सोसायटी, चित्तौड़गढ़ ईकाई ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपखंड अधिकारी बीनू देवल को सौंपा। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह शेखावत, संभाग सचिव अविनाश चतुर्वेदी, ओम भट्ट, दुर्गेश लक्षकार, विनोद शर्मा, राजेश लोहार सहित अन्य पत्रकार उपस्थित रहे।

पत्रकारों ने बताया कि 30 नवंबर 2025 को संवाददाता रमेश गरासिया को कार्यवाहक बीडीओ शंभुराम गरासिया और मैरपुर ग्राम पंचायत के सरपंच पति ने फोन पर धमकी देते हुए कहा कि “हमारे खिलाफ खबर लगाई है, तेरे ऊपर गाड़ी चढ़ाकर मार डालेंगे।” इस घटना को पत्रकारों ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला बताते हुए बेहद गंभीर बताया। उनका कहना है कि यह धमकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, निष्पक्ष पत्रकारिता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर खुली चोट है, जिससे पूरे पत्रकार समुदाय में आक्रोश फैल गया है।


ज्ञापन में पत्रकारों ने आरोप लगाया कि शासन सचिव के आदेश के अनुसार विकास अधिकारी के रिक्त पद पर सहायक अभियंता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, लेकिन कोटड़ा में सहायक अभियंता उपलब्ध होने के बावजूद शंभुराम गरासिया ने पद पर अवैध कब्जा कर रखा है। पत्रकारों ने मांग की कि धमकी देने वाले दोनों आरोपियों के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाए, कार्यवाहक बीडीओ को पद से हटाया जाए, सरपंच पति पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए और पत्रकार रमेश गरासिया को सरकारी स्तर पर सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए स्वतंत्र जांच टीम गठित कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए तथा राजस्थान में पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू होना चाहिए।

पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि इस गंभीर प्रकरण में त्वरित कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पूरे पत्रकार समुदाय के लिए बेहद खतरनाक संदेश होगा और सरकारी तंत्र की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ