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पर्यावरण के सफाई कर्मचारी गिद्ध, डाइक्लोफेनाक दवा की वजह से घट रही गिद्धों की संख्या- सहायक वन संरक्षक प्रेम सिंह

International Vulture Awareness Day

रिपोर्टर: गौरव जैन@TEN

रावतभाटा, चित्तौड़गढ़: वन्य जीव अभ्यारण्य भैंसरोड़गढ़ में आज अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस (International Vulture Awareness Day) के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन उपवन संरक्षक वन्य जीव कोटा अनुराग भटनागर जी के निर्देशानुसार, सहायक वन संरक्षक प्रेम सिंह के नेतृत्व में ब्रिज साइड चौकी पर संपन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कोटा से आए लगभग 200 वन्यजीव प्रेमी, पक्षी विशेषज्ञ, वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।


कार्यक्रम की शुरुआत में विशेषज्ञों व सहायक वन संरक्षक प्रेम सिंह ने गिद्धों की प्रजातियों, उनके घटते संख्या के कारणों, और संरक्षण की आवश्यकता पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिद्ध प्रकृति के स्वच्छता कर्मचारी हैं, जो मृत जानवरों को खाकर पर्यावरण में स्वच्छता बनाए रखते हैं और बीमारियों के फैलाव को रोकते हैं। विशेष रूप से डाइक्लोफेनाक जैसे पशु दर्द निवारक दवाओं के उपयोग से गिद्धों की संख्या में भारी गिरावट आई है, जिसे रोकना आज की प्राथमिक जिम्मेदारी बन गई है।

कार्यक्रम के अन्तर्गत समस्त वन्य जीव प्रेमियों ने वल्चर प्वाइंट व क्रोकोडाइल प्वाइंट पर पैदल ट्रेकिंग भी की, जिससे सभी को प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव होने के साथ-साथ गिद्धों के आवास और उनके व्यवहार को समझने का अवसर प्राप्त हुआ।


कार्यक्रम के समापन पर क्षेत्रीय वन अधिकारी विनीत कुमार मंगल के निर्देशन में सभी वन्य जीव प्रेमियों ने एकता और सहयोग का संदेश देते हुए गिद्ध संरक्षण के संकल्प का पुनरावलोकन किया। साथ ही, कोटा से आए सभी वन्य जीव प्रेमियों का आभार व्यक्त किया गया। 


इस दौरान रामभजन मीणा, नबाब सिंह, बाबूलाल डामोर, विनोद जाट, सुबेसिंह, योगेश धनकड़, सीताराम ढाका, शंकर सिंह, राजेंद्र चौधरी, महावीर मीणा, राकेश, रिया, नीरू, निकिता सहित ग्रामीण प्रेमराज, देवराज, सुरेश, किशन, कालूराम मौजूद रहे।

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