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रावतभाटा: आण्विक नगरी में परमाणु ऊर्जा के जनक का स्टैच्यू नही, संगोष्ठी में बनवाने की पहल की

थर्ड आई न्यूज@रावतभाटा।।प्रताप सर्किल, फेज-2 पर राजस्थान अणुशक्ति परियोजना कर्मचारी संघ इंटक कार्यालय में शुक्रवार प्रातः 11 बजे भारत के परमाणु ऊर्जा के महान जनक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा के जन्मदिवस पर संगोष्ठी का आयोजन रखा गया। उनके जन्म दिवस पर संगोष्ठी में डॉक्टर होमी भाभा के जीवन परिचय दिया। जिसमें बताया कि भारत के परमाणु ऊर्जा क्षैत्र में डॉक्टर भाभा का योगदान आज विश्व पटल पर परमाणु शक्ति संपन्न देश के रूप में उभरकर सामने आया है। वे एटॉमिक एनर्जी कमीशन के पहले अध्यक्ष थे। भाभा का जन्म मुंबई के एक पारसी परिवार में 30 अक्टूबर 1909 को हुआ। डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा ने भारत में परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना की। और उन्हें पांच बार भौतिकी नोबेल पुरस्कार पद्म विभूषण पुरस्कार से भी नवाजा गया। 18 मई 1974 को राजस्थान के पोखरण में परमाणु बम का परीक्षण का पूरा श्रेय डॉक्टर होमी भाभा को ही जाता है। भारत जैसे देश में प्रौद्योगिकी विज्ञान क्षेत्र में उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा। इसी दिन ईद मिलाद उन नबी दिवस पर मोहम्मद साहब के जीवन पर प्रकाश डाला। रावतभाटा के विकास में परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी आण्विक नगरी में इकाई 1 से 6 तक प्रचालन, इकाई 7 व 8, एनएफसी निर्माणाधीन है, हेवी वाटर प्लांट एवं कई बड़ी-बड़ी कंपनियां व कई श्रमिक संगठन कार्यरत है। लेकिन बड़े खेद का विषय है कि डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा का रावतभाटा व आवासीय परिसर कहीं भी स्टेचू नहीं है। इंटक संघ आरआर साईट प्रबंधन से मिलकर स्टेचू का निर्माण करवाने एवं स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने को पहली प्राथमिकता देकर डॉ. भाभा के जन्मदिवस पर संगोष्ठी सफल करने का प्रयास करेगा। संगोष्ठी में राजस्थान इंटक जनरल सेक्रेटरी नरोत्तम जोशी, इंटक अध्यक्ष नवल वर्मा, महासचिव आरके भाटी, एसएस नागर, भीम सिंह, दीपक आंजना, गणपत मेघवाल, हारुन मंसुरी ने अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में संजय शर्मा, सोहनलाल लोट, सतीश आमेटा, सीबी गुर्जर, हेमंत साल्वी, असंगठित एवं निर्माण मजदूर संघ का अध्यक्ष सलीम शेख ने भाग लिया।

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